Sunday, April 29, 2012

ज्ञान

ज्ञान की बाते सब जाने है ज्ञान दे हर कोय
तुम को एशन समझाए है जेसे उनसे बड़ा न कोय
रंग बताए ढंग बताए चाल दिखाए हर कोय
तुम हो जेसन गरीब सुदामा ,खुद दानी करण वो होय
दोउ हाथन से बाटे ज्ञान खुद अभिमान में खोये
तू डूबे हो आज बिपत में ,तुमे आज डराए हर कोए
ज्ञान की बाते सब जाने है ज्ञान दे हर कोय
तुम को एशन समझाए है जेसे उनसे बड़ा न कोय
खुद डूबे जब स्वयं बिपत में,हाहाकार तब होय
आगे गीला पीछे पीला ,चौखट चौखट रोये
खुद की आँखे लगे समंदर,छाती धक् धक् धक् बोले
अब पूछो इनसे "एकांत जी", केसन ज्ञान की बाती जोहे
तब तुम बनते महापुरुष, तुम्हे दीन दिखत हर कोय
कहा गयो तुमरो ज्ञान कमंडल, तब फूल से बाते पोहे
ज्ञान धरो को धरो रह गयो छाती पीटे अब रोये
ज्ञान की बाते सब जाने है ज्ञान दे हर कोय
तुम को एशन समझाए है जेसे उनसे बड़ा न कोय

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